पिछले कुछ समय से बराक ओबामा नाम का शख्स पूरी दुनिया के सामने आकर छा गया है । कम समय मैं ही संचार माध्यम की नई तकनीक से ओबामा ने पृथ्वी के हर इन्सान तक अपनी पहुँच कराने का प्रयास किया है और आश्चर्यजनक रूप से सफलता हासिल की है । इसे ही कहा जाता है कि यदि मर्द हो तो ,पैर की ठोकर से ही जमीन से पानी निकाल दो , महाभारत काल मैं तो तीर मार कर ही पानी निकाल लिया जाता था , उस समय कोई आश्चर्य नही था , क्योंकि आध्यात्म चरम सीमा पर था । पारलौकिक और आध्यात्मिक शक्तियों के माध्यम से कुछ भी सम्भव था । आगे चलकर जल धारा के लिए जरा गहरे गद्दे खोदने पड़े और अब तो जल धारा ही विलुप्त हो गई है । लेकिन बराक ओबामा ने सिद्ध कर दिया कि ठान लिया जाए तो पूरी दुनिया के दिल पर राज किया जा सकता है ।
बराक ओबामा का शाब्दिक और भाविक अर्थ है - हे !! समृद्धि , ऐश्वर्य , विभूति आदि को धारण करने वाला प्राणी । उन्होंने अपने हौसले , परिश्रम , ज्ञान , विवेक , संकल्प , साहस से यह साबित कर दिया कि इन्सान चाहे तो रूडियों को ध्वस्त कर सकता है , पत्थर मैं भी देवता का आह्वाहन कर सजीव कर सकता है । सब कुछ सम्भव है ।ओबामा ऐसी मिसाल हैं जिनसे विश्व के युवा , बच्चों और प्रौन लोगों को प्रेरणा मिलेगी , बुजुर्ग भी उन्हें जी भरकर आशीर्वाद देंगे ।
व्यक्ति जाती या रंग से नहीं बल्कि सद्कर्मों से उच्चता को प्राप्त करता है , सद्कर्म ही उसकी भव्यता और श्रेष्ठता को स्थापित करतें हैं । मानवता का सम्मान और रक्षा ही उनका लक्ष्य होना चाहिये , सम्पूर्ण विश्व को कुटुंब मानकर हित - अहित का सुविचार कर उनकी बादशाहत युगों तक याद की जाती रहेगी । हजारों शुभकामनाओं के साथ ....
रेनू शर्मा .....
3 comments:
ओबामा के विजय को श्वेतों पर अश्वेतों का विजय माना गया है. क्योंकि हम भी अश्वेत हैं इसलिए प्रसन्नता हो रही है. आभार.
http://mallar.wordpress.com
bahut umda lekh
सुंदर विचार | ओबामा की जीत में अमेरिकन युवा और महिलाओं का विशेष महत्त्व है | इन्ही के महत्वपूर्ण वोट से ये क्रांति सम्भव हुयी |
Post a Comment